🕋 1. Arabic Verses of Surah Al-Fīl
بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ
- أَلَمْ تَرَ كَيْفَ فَعَلَ رَبُّكَ بِأَصْحَابِ الْفِيلِ
- أَلَمْ يَجْعَلْ كَيْدَهُمْ فِي تَضْلِيلٍ
- وَأَرْسَلَ عَلَيْهِمْ طَيْرًا أَبَابِيلَ
- تَرْمِيهِم بِحِجَارَةٍ مِّن سِجِّيلٍ
- فَجَعَلَهُمْ كَعَصْفٍ مَّأْكُولٍ
📖 2. Word-by-Word Translation in Simple Hindi (Urdu Words in Devanagari)
Arabic Word | Simple Hindi Meaning |
---|---|
أَلَمْ | क्या नहीं |
تَرَ | तुमने देखा |
كَيْفَ | कैसे |
فَعَلَ | किया |
رَبُّكَ | तेरा रब |
بِأَصْحَابِ الْفِيلِ | हाथी वालों के साथ |
أَلَمْ | क्या नहीं |
يَجْعَلْ | बना दिया |
كَيْدَهُمْ | उनकी चाल / मक्कारी |
فِي تَضْلِيلٍ | गुमराही में |
وَأَرْسَلَ | और भेजा |
عَلَيْهِمْ | उन पर |
طَيْرًا أَبَابِيلَ | झुंडों में परिंदे |
تَرْمِيهِم | उन्हें फेंक रहे थे |
بِحِجَارَةٍ مِّن سِجِّيلٍ | पकी हुई मिट्टी के पत्थर |
فَجَعَلَهُمْ | तो उन्हें बना दिया |
كَعَصْفٍ مَّأْكُولٍ | जैसे खाया हुआ भूसा |
✨ 3. Deep Thematic Explanation (in Simple Hindi)
1. أَلَمْ تَرَ كَيْفَ فَعَلَ رَبُّكَ بِأَصْحَابِ الْفِيلِ
“क्या तुमने नहीं देखा कि तुम्हारे रब ने हाथी वालों के साथ कैसा व्यवहार किया?”
➡ यह आयत उस घटना की तरफ इशारा करती है जब यमन के राजा अबरहा ने मक्का पर हमला किया। अल्लाह ने उस घमंड को मिटा दिया।
2. أَلَمْ يَجْعَلْ كَيْدَهُمْ فِي تَضْلِيلٍ
“क्या उसने उनकी चाल को नाकाम नहीं किया?”
➡ अल्लाह ने दुश्मनों की योजना को गलत और बेअसर बना दिया।
3. وَأَرْسَلَ عَلَيْهِمْ طَيْرًا أَبَابِيلَ
“और उसने उनके ऊपर परिंदों के झुंड भेजे।”
➡ ये परिंदे अल्लाह के हुक्म से आए — अल्लाह की मदद जहां से चाहे वहां से आती है।
4. تَرْمِيهِم بِحِجَارَةٍ مِّن سِجِّيلٍ
“वो परिंदे उन्हें पकी हुई मिट्टी के पत्थर फेंकते थे।”
➡ इन पत्थरों से वो फौज तबाह हो गई। जब अल्लाह सज़ा देता है, तो उसमें कोई शक नहीं रहता।
5. فَجَعَلَهُمْ كَعَصْفٍ مَّأْكُولٍ
“तो उन्हें ऐसा बना दिया जैसे खाया हुआ भूसा।”
➡ उनका नामो-निशान मिट गया। घमंड, ताक़त और योजना — अल्लाह के आगे कुछ नहीं।
🌺 4. Poetic Reflection / Rhymed Dua
ऐ मालिके अरश-ए-बरीं, तू रहमों का साहिल है,
जो घमंडी सर उठाए, तू ही उसे ज़ाइल है।
तेरे हुक्म से परिंदे भी फौजों को मिटा देते हैं,
तू जिसे चाहे, नाम रोशन कर दे, जिसे चाहे, मटा देते हैं।
ऐ रब्बी करीम! हमें घमंड से बचा, नियत में सफ़ाई दे,
तेरे नाम से ही उठें, तेरी राहों में रज़ा ही दे।
ताक़त नहीं मांगते, तेरा सुकून काफी है,
तेरा ज़िक्र हो लबों पे, यही जिंदगानी काफी है।
Ameen 🌺
📿 5. Quranic Wisdom from Surah Al-Fīl
🌙 यह सूरह बताती है कि:
- तारीख़ में अल्लाह ने हमेशा घमंड को मिटाया है।
- अल्लाह की मदद कहीं से भी आ सकती है — ज़रूरी नहीं कि वो इंसानों के हाथों आए।
- कभी भी अल्लाह की शक्ति को कम मत समझो।
- तौहीद और मक्का की हिफ़ाज़त अल्लाह ख़ुद करता है।