“या अल्लाह! हम तेरे बाबरकत कलाम के सफर पर निकल रहे हैं, न सिर्फ पढ़ने के लिए बल्कि गौर व फिकर करने, महसूस करने, मुहब्बत करने और अपनी ज़िंदगी को संवारने के लिए। हमारे दिलों को कुरआन की बहार से सरसब्ज़ व शादाब कर दे।”
मुखलिसाना नोट: कुरआन करीम की फसाहत व बलागत और इसकी गहराई को किसी भी दूसरी ज़बान में पूरी तरह बयान करना मुमकिन नहीं। मेरी कोशिश सिर्फ यह है कि अरबी मतन के लिए हिंदी में एक रहनुमाई फराहम की जाए ताकि इब्तिदाई सतह के कारीन को सहूलत हो। एक संजीदा तालिब इल्म को चाहिए कि वह अरबी ज़बान की तफहीम को मुसल्सल कोशिशों के ज़रिए मज़ीद गहरा करे। कारीन से गुज़ारिश है कि अरबी मतन का मुकाबला कुरआन करीम के मतबूआ नुस्खे के साथ करें। अगर कोई इख्तिलाफ नज़र आए, तो बराए मेहरबानी टिप्पणी के सेक्शन में ज़िक्र करें ताकि बरवाक़्त इसलाह की जा सके। शुक्रिया।
डॉक्टर अनवर जमीक सिद्दीकी
🌙 1. मूल अरबी आयतें (Surah Al-Ikhlas):
بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ
قُلْ هُوَ ٱللَّهُ أَحَدٌ
ٱللَّهُ ٱلصَّمَدُ
لَمْ يَلِدْ وَلَمْ يُولَدْ
وَلَمْ يَكُن لَّهُۥ كُفُوًا أَحَدٌ
📖 2. हर शब्द का अनुवाद (अरबी से अंग्रेज़ी में):
अरबी शब्द | उच्चारण | अर्थ (English) |
---|---|---|
قُلْ | Qul | कहो |
هُوَ | Huwa | वह |
ٱللَّهُ | Allah | अल्लाह |
أَحَدٌ | Ahad | एक और अकेला |
ٱلصَّمَدُ | As-Samad | सभी का सहारा, खुद किसी का नहीं |
لَمْ يَلِدْ | Lam Yalid | न उसने किसी को जन्म दिया |
وَلَمْ يُولَدْ | Wa Lam Yūlad | न वह जन्मा |
وَلَمْ يَكُن | Wa Lam Yakun | और नहीं है |
لَّهُۥ كُفُوًا | Lahu Kufuwan | उसके बराबर |
أَحَدٌ | Ahad | कोई एक |
💫 3. सरल भाषा में अर्थ और समझ:
🌸 आयत 1: قُلْ هُوَ ٱللَّهُ أَحَدٌ
“कहो: वह अल्लाह है, एक और अकेला।”
🌟 अल्लाह तआला अपने प्यारे नबी ﷺ से कह रहे हैं —
लोगों से कहो: सिर्फ एक अल्लाह है। उसका कोई साथी, कोई बराबर नहीं।
🌈 सीख:
हमारा रब अद्वितीय (One and Only) है। हम सिर्फ उसी की इबादत करते हैं। 🕋
🌸 आयत 2: ٱللَّهُ ٱلصَّمَدُ
“अल्लाह ही सभी का सहारा है।”
🍃 हर कोई अल्लाह पर निर्भर है, लेकिन अल्लाह किसी पर नहीं।
उसे न खाना चाहिए, न नींद आती है, न वो थकता है।
🌈 सीख:
जब तुम्हें डर लगे, दुख हो, या खुशी हो — अल्लाह से बात करो। वो हमेशा सुनता है। 💖
🌸 आयत 3: لَمْ يَلِدْ وَلَمْ يُولَدْ
“न उसने किसी को जन्म दिया, और न ही वह जन्मा।”
🌙 अल्लाह की कोई संतान नहीं — न बेटा, न बेटी, न माता-पिता।
वो हमेशा से है और हमेशा रहेगा।
🌈 सीख:
अल्लाह इंसानों जैसा नहीं है। वह बहुत महान और अनंत (Infinite) है।
🌸 आयत 4: وَلَمْ يَكُن لَّهُۥ كُفُوًا أَحَدٌ
“और कोई भी उसके बराबर नहीं।”
✨ कोई भी अल्लाह जैसा नहीं है — न शक्ल में, न ताकत में, न रहमत में।
🌈 सीख:
हम सिर्फ उसी की पूजा करते हैं। अल्लाह जैसा कोई नहीं। 🌟
🌹 4. दुआ की शक्ल में एक सुंदर कविता (Poetic Reflection – Hindi)
ऐ अल्लाह! ऐ सबसे अलग, सबसे बड़ा,
तेरा न कोई जोड़ा, न तुझसे बड़ा।
तू पैदा नहीं हुआ, तूने किसी को नहीं जना,
हर चीज़ तुझसे बनी, तू अकेला बना।
तू ही है जो सबको संभाले,
हम तेरे हैं — दिल से, पूरे हाल में।
तू ही है जो कभी ना थकता,
हर वक्त हमारी सुनता, हर दिल की धड़कन को समझता।
ऐ समद! हमें भी बना ले सच्चा और खालिस,
तेरे नाम से हो हमारा दिल हमेशा रोशन और साफ़।
हमारी ज़िंदगी तौहीद से भर दे,
मरने के बाद भी अपनी रहमत से जन्नत में जगह दे।
**आमीन 🌺**
📘 5. शिक्षाप्रद सारणी (Arabic Words और उनके अर्थ):
अरबी शब्द | हिंदी अर्थ |
---|---|
أَحَدٌ | एक, अकेला, यक़ता |
ٱلصَّمَدُ | सबका सहारा, खुदा को किसी की ज़रूरत नहीं |
يَلِدْ | जन्म देना |
يُولَدْ | जन्म लेना |
كُفُوًا | समान, बराबर |
🌼 6. कुरआनी हिकमतें (Qur’anic Wisdom): ✨
📖 यह छोटी सी सूरत पूरे कुरआन का एक-तिहाई मानी जाती है।
🌿 हज़रत मुहम्मद ﷺ इस सूरत को बहुत पसंद करते थे।
उन्होंने इसे अक्सर नमाज़ों में पढ़ा — खासकर वित्र (Witr) और सुन्नत नमाज़ों में।
🕋 हदीस में है:
❝ जिसने सूरह इख़लास को 10 बार पढ़ा, उसके लिए अल्लाह जन्नत में एक घर बनाएगा ❞
— (सहीह अल-जामिअ, हदीस: 6472)
🧡 अंतिम आत्मिक संदेश (Spiritual Message):
प्यारे दिल से कहो:
“क़ुल हूवल्लाहु अहद…”
“कहो: वह अल्लाह है — एक, अकेला, सबका सहारा।”
🌙 यह सूरह तुम्हारे दिल की ढाल है।
जब डर लगे, खो जाओ, या सुकून चाहिए — इस सूरह को पढ़ो।
तौहीद का सबसे प्यारा तोहफ़ा — जो सीधे रब से जोड़ता है। ✨📿